CHHATTISGARH

मेयर ने संचालक से कहा.. तू कैसे झूठ बोल रहा, तुरंत दुकानों को कराया सील.. ऐसी भाषा मेयर की होनी चाहिए क्या

रायपुर : महापौर मीनल चौबे गुरुवार को तब भड़क गईं जब बूढ़ातालाब चौपाटी पर बिना अनुमति दुकानें खुली मिलीं। मेयर ने चौपाटी संचालक को जमकर फटकार लगाई। मीनल चौबे ने कहा कि तू कैसे झूठ बोल रहा है? तुमने नगर निगम से कोई NOC नहीं ली, तमाशा बनाकर रखा है..

इस दौरान संचालक ने कहा कि उसने निगम से अनुमति ले ली है। इस पर जोन-4 कमिश्नर अरुण ध्रुव ने नगर निगम की ओर से कोई NOC नहीं दी गई है. इसके बाद मीनल चौबे संचालक पर भड़क गई. उन्होंने कहा कि स्कूल के सामने ये सब नहीं चलेगा, दुकान तुरंत सील होगी..

अब जानिए क्या है पूरा मामला ?

दरअसल, लगातार विरोध के बावजूद बूढ़ातालाब की विवादित चौपाटी 29 अगस्त से शुरू कर दी गई है. पहले रात 8 बजे तक बंद कर दी जाती थी, अब देर रात तक खुली रहने लगी है. चौपाटी की गुमटियां और टेबल-कुर्सियों ने तालाब के पाथवे का एक बड़ा हिस्सा घेर लिया है. जनता की शिकायत पर रविवार सुबह मेयर मीनल चौबे ने निरीक्षण किया..


इस दौरान मेयर इन काउंसिल के सदस्य बूढ़ातालाब पहुंचे और मौके का निरीक्षण किया. पार्किंग और सफाई व्यवस्था के बिना संचालित हो रही चौपाटी की दुकानों को मेयर ने खुद अपने सामने दुकानों को सील करवाया है. मेयर ने कहा कि जनता जो चाहेगी बूढ़ातालाब में वही होगा..

अब जानिए मेयर किस पर भड़की और क्या-क्या कहा ?

मेयर मीनल चौबे ने संचालक को जमकर फटकार लगाई। इस दौरान कहा कि पर्यटन या नगर निगम से कुछ पूछे हो? ये पूरा इलाका नगर निगम सीमा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। तुम कैसे यहां पर दुकान खोल दिए हो? नगर निगम ने NOC दिया है क्या?… अरुण ध्रुव, तुम इसको NOC दिए हो?

इस दौरान जोन-4 कमिश्नर अरुण ध्रुव:"नहीं मैम, मैंने कोई NOC जारी नहीं किया है.. इसके बाद मेयर सख्त लहजे में कहती हैं कि "तू कैसे झूठ बोल रहा है? तू नगर निगम से कुछ लिया है क्या. पहले नगर निगम से अनुमति ली है क्या? तुम लोगों ने पूरा तमाशा बनाकर रख दिया है..


आगे मेयर मीनल ने कहा कि स्कूल के सामने दुकान खोल दिए हो, क्या सड़क ऐसे ही रहेगी? क्या स्कूल के अंदर भी दुकान खोल दोगे? सामने बावर्ची का बोर्ड तक लगा दिया है? नहीं… नहीं… ये दुकान तुरंत सील होगी. अरुण ध्रुव, आप अभी के अभी इसे सील करिए. इसके बाद सील करा दिया..

मॉर्निंग वॉक पर आने वालों को भी रोका जा रहा

बूढ़ातालाब चौपाटी निरीक्षण के दौरान मॉर्निंग वॉक पर आए लोगों ने मेयर मीनल चौबे से शिकायत की कि पाथवे पर घूमने-फिरने आने वालों को चौपाटी के गार्ड और ठेकेदार रोकते हैं। शिकायत सुनते ही मेयर ने मौके पर मौजूद ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाई और स्पष्ट कहा कि भविष्य में ऐसी शिकायत दोबारा नहीं आनी चाहिए..

सरकार किस ताकतवर व्यक्ति के आगे झुक गई

कांग्रेस नेता कन्हैया अग्रवाल ने इस पर सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए सरकार पर सवाल उठाए. उन्होंने लिखा कि नई सरकार बनते ही दानी स्कूल परिक्रमा मार्ग को फिर से शुरू करने का छुपा एजेंडा सामने आ गया है.

कन्हैया अग्रवाल ने पूछा कि यह खेल आखिर किसके फायदे के लिए हो रहा है? सरकार किस ताकतवर व्यक्ति के आगे झुक गई, जो बेटियों की सुरक्षा को नजरअंदाज कर चौपाटी खोलने की इजाजत दी गई?

दानी गर्ल्स स्कूल और कॉलेज की प्राइवेसी पर खतरा

स्थानीय लोगों का कहना है कि चौपाटी खुलने के बाद यहां आने वाले लोग सड़क किनारे गाड़ियां खड़ी कर देते हैं. इससे ठीक पीछे स्थित दानी गर्ल्स स्कूल और डिग्री गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं की प्राइवेसी और सुरक्षा पर खतरा बढ़ गया है.

यही कारण है कि चौपाटी का निर्माण शुरू होने से लेकर अब तक इसका लगातार विरोध होता रहा है. कांग्रेस नेताओं ने भी मौके पर पहुंचकर विरोध दर्ज कराया था.

विरोध के बाद रद्द हुआ था एग्रीमेंट, कोर्ट से फिर शुरू हुआ काम हुई

साल 2018 में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल ने बूढ़ातालाब परिसर के एक हिस्से को विकसित करने, वहां दुकानें और चौपाटी बनाने के लिए एमएमपी वाटर स्पोर्ट्स कंपनी से 15 साल का एग्रीमेंट किया था  इस योजना के तहत करीब 12 करोड़ रुपए खर्च कर सौंदर्यीकरण होना था..

जनता के विरोध के बाद पर्यटन मंडल ने एग्रीमेंट रद्द कर दिया इसके बाद कंपनी कोर्ट गई और अदालत से उसे राहत मिल गई. कोर्ट के फैसले के बाद कंपनी ने 2025 में दोबारा काम शुरू किया और चौपाटी को गुपचुप तरीके से खोल दिया..।

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